• About

शिखा…

शिखा…

मासिक अभिलेखागार: जनवरी 2018

एक और नया साल

02 मंगलवार जनवरी 2018

Posted by शिखा in Uncategorized

≈ 13s टिप्पणियाँ

फिर आया नया साल और मैं फिर पहुँची अपने अतीत में

मुझे याद नहीं कब मैनें नव वर्ष को जाना,

मेरे लिए पहले नव वर्ष क्या था?

वो दिन याद है मुझे जब अपनी नन्ही दूनिया के खेल में मग्न,

मैनें सुनी माँ की आवाज़, “आज हमारी बिटिया का जन्म दिन है,

पर अभी उसे इसका अहसास नहीं”फिर मैं जब भी पाती सिर्फ मेरा विशेष दिन-

नई पोशाक, मेरी पसंद के पकवान और हाँ विशेष रूप से सभी का प्यार व दुआएँ।

तब उसे ही मानती नया साल।

तब तारिखों, वर्षों का कहाँ तक ज्ञान।

फिर आया एक ओर विशेष दिन- मिला पहली कक्षा का परिणाम,

किसी ने बताया अब शुरू हुआ  तुम्हारा पढ़ाई का नया साल।

फिर नई किताबों-काॅपियों की खुशबू के साथ मनाते नया साल।

यूँ बङे भाई साहब खूब चिढ़ाते,”न बदला तुम्हारा कक्षा कमरा, न बदले सहपाठी(हमारी तो पहली से तीसरी तक अध्यापिका भी नहीं बदली थी)

फिर बोलो, कैसा तुम्हारा नया साल? तुम तो रही वहीं अभी भी पुराने साल।”

फिर काॅपियो में तारिखें  बदलते-बदलते जान गए नया साल।

अब इंतज़ार होता एक जनवरी का, सुबह सभी को देनी है नव वर्ष की बधाई।

और फिर जब आया टी.वी., तब से 31 दिसम्बर की रात कटती टीवी के साथ।

 लगा समझदार हो गए है, हम भी सभी की तरह करते अपने से एक नया कुछ कर गुजरने का वायदा।

फिर एक साल याद कर आती है, अपने पर हँसी,। इस मिथ को जानकर कि जिस काम को करते हुए नववर्ष की शुरुआत करोगे, वह काम पूरे वर्ष करोगे।

हमने भी उस वर्ष दी टी.वी. को तिलांजलि, ले बैठे किताबें, सारी रात पढ़ने की ठान ली। पर  टी.वी. की आवाज़ हमारे कानों तक पहुँचती थी, उससे भी अधिक सभी के ठहाकों की आवाज़े हमारे कानों को चुभती थी।(तब टी.वी. कार्यक्रम मनोरंजक होते थे)कैसे पहुँचे उस साल नववर्ष तक यह  हम जैसे सभी अंधविश्वासी समझ सकते है।

अब न रहे हम मिथो के घेरे में, किया है अपने को सभी अंधविश्वासों से आज़ाद।अपने से न कर कोई वायदा, ज़िन्दगी खुल कर जिया करते हैं।

इस इंटरनेट की दूनिया में अपना 60वाँ नववर्ष सभी जाने, पहचाने और अंजानों  के साथ मना रहे हैं।

‘आप सभी के लिए नव वर्ष मंगलमय हो।’

Advertisement

सदस्यता लें

  • प्रविष्टियां (आरएसएस)
  • टिपण्णी(आरएसएस)

अभिलेख

  • नवम्बर 2022
  • अक्टूबर 2022
  • सितम्बर 2022
  • अगस्त 2022
  • जुलाई 2022
  • जून 2022
  • सितम्बर 2021
  • जुलाई 2021
  • जून 2021
  • अप्रैल 2021
  • मार्च 2021
  • फ़रवरी 2021
  • दिसम्बर 2020
  • नवम्बर 2020
  • अक्टूबर 2020
  • सितम्बर 2020
  • जुलाई 2020
  • जून 2020
  • मई 2020
  • फ़रवरी 2020
  • जनवरी 2020
  • दिसम्बर 2019
  • मई 2019
  • अप्रैल 2019
  • मार्च 2019
  • फ़रवरी 2019
  • जनवरी 2019
  • अक्टूबर 2018
  • अगस्त 2018
  • जून 2018
  • फ़रवरी 2018
  • जनवरी 2018
  • दिसम्बर 2017
  • नवम्बर 2017
  • अक्टूबर 2017
  • सितम्बर 2017
  • अगस्त 2017
  • जून 2017
  • मई 2017
  • अप्रैल 2017
  • मार्च 2017
  • जनवरी 2017

श्रेणी

  • Uncategorized

मेटा

  • पंजीकृत करे
  • लॉग इन

वर्डप्रेस (WordPress.com) पर एक स्वतंत्र वेबसाइट या ब्लॉग बनाएँ . थीम: Ignacio Ricci द्वारा Chateau।

Privacy & Cookies: This site uses cookies. By continuing to use this website, you agree to their use.
To find out more, including how to control cookies, see here: Cookie Policy
  • फ़ॉलो Following
    • शिखा...
    • Join 290 other followers
    • Already have a WordPress.com account? Log in now.
    • शिखा...
    • अनुकूल बनाये
    • फ़ॉलो Following
    • साइन अप करें
    • लॉग इन
    • Report this content
    • View site in Reader
    • Manage subscriptions
    • Collapse this bar